Homeमुजफ्फरनगर

संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर स्थानीय अवकाश की मांग।

मुजफ्फरनगर

क्रान्ति बुलेटिन ब्यूरो

मुजफ्फरनगर। संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर स्थानीय/सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है। यह अवकाश गुरु रविदास जी के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो हर साल उनकी जयंती पर श्रद्धा और उत्साह के साथ शोभायात्रा और पूजा-अर्चना का आयोजन करते हैं। गत वर्षों से संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय/सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता रहा है। यह परंपरा गुरु रविदास के अनुयायियों की भावना को सम्मान देने के लिए स्थापित की गई थी। हालांकि, वर्ष 2024 की अवकाश सूची में, संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर यह अवकाश शामिल नहीं किया गया था। इस संबंध में जब संत समाज और अनुयायियों ने तत्कालीन जिलाधिकारी से संपर्क किया, तो उन्होंने लोकसभा चुनाव-2024 की व्यस्तता का हवाला देते हुए खेद प्रकट किया था। साथ ही, उन्होंने यह आश्वासन भी दिया था कि 2025 की अवकाश सूची में यह छुट्टी आवश्यक रूप से शामिल की जाएगी। मुजफ्फरनगर जनपद में गुरु रविदास जी के अनुयायियों की बड़ी संख्या निवास करती है। उनकी जयंती पर शुक्रताल समेत जनपद के हर गांव और कस्बे में शोभायात्राएं निकाली जाती हैं और पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन का उनके लिए सामाजिक और आध्यात्मिक महत्व है, जिसे देखते हुए अवकाश की मांग उठाई जा रही है। गुरु रविदास जी के अनुयायियों ने जिलाधिकारी से निवेदन किया है कि विगत वर्षों की परंपरा को ध्यान में रखते हुए, दिनांक 12 फरवरी 2025 को उनकी जयंती पर स्थानीय/सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। उनका कहना है कि यह अवकाश उनकी आस्था और परंपरा को सम्मान देने के साथ-साथ समुदाय के बीच आपसी भाईचारे और एकता को प्रोत्साहित करेगा। ज्ञापन देने वालों में यशवीर सिंह क्षेत्रीय मंत्री पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र अनुसूचित जाति मोर्चा भाजपा, बाबू सिंह बौद्ध , सुंदर सिंह बौद्ध, सुरेंद्र कुमार जयप्रकाश, केपी सिंह, विकास चतर सिंह, मनोज पांचाल, सुंदर पाल, रामपाल, ऋषिपाल, राजबाला, कन्हैया लाल, आत्माराम, सोनवीर सिंह, महेंद्र सिंह अशोक कुमार,डा विनश कुमार, किरवान सिंह,ओमपाल,कपिल आदि मौजूद रहे।

संत समाज और अनुयायियों को विश्वास है कि जिलाधिकारी उनकी भावनाओं को समझते हुए इस अवकाश को घोषित करेंगे। यह कदम न केवल परंपरा को बनाए रखने में सहायक होगा, बल्कि गुरु रविदास जी के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक भी बनेगा। संत समाज और अनुयायियों का कहना है कि उनकी यह मांग पूरी होने पर वे प्रशासन के आभारी रहेंगे।

भाजपा अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री यशवीर सिंह ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती पर स्थानीय/सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना उनकी परंपरा और सम्मान के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि गुरु रविदास जी का जीवन और उनके आदर्श समाज को एकता और समानता का संदेश देते हैं। यशवीर सिंह ने कहा कि गत वर्षों से चली आ रही यह परंपरा न केवल संत समाज के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे जनपद में आपसी सौहार्द और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि जनभावनाओं को समझते हुए इस वर्ष 12 फरवरी 2025 को गुरु रविदास जयंती पर अवकाश घोषित किया जाए।

उन्होंने कहा कि संत रविदास जी के अनुयायियों के लिए यह दिन उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। उनकी जयंती पर अवकाश से न केवल समुदाय को सम्मान मिलेगा, बल्कि यह प्रशासन और समाज के बीच भरोसे का भी प्रतीक होगा।

Related Articles

Back to top button