कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ने वाली छोटी छोटी बच्चियों को नही लगती सर्दी।
मुजफ्फरनगर
सहारनपुर/मुज़फ्फरनगर शाशन स्तर से कक्षा 1 से 8 तक के छात्र छात्राओं का कड़कड़ाती ठंड के चलते अवकाश घोषित किया गया है लेकिन कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ने वाली छोटी छोटी बच्चियों का कोई अवकाश नही है अधिकारियो का कहना है कि आवासीय विद्यालयों में बच्चों के पास पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े है लेकिन हजूर मात्र गरम कपड़ो से सर्दी नही भागती बड़े बड़े हाल कमरों में हीटर की भी आवश्यकता होती है और कड़कड़ाती ठंड में अधिकांश बच्चो के हाथ और पैरों की उंगलिया भी सूज रही है ऐसे में यदि मानवीय संवेदनाओं के दृष्टिगत बैच्चो को उनके घर उनके मा बाप के पास भेज दिया जाना ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि सरकारी सुविधाओं का क्या हाल है ये सब जानते है। ज्यादातर कस्तूरबा विद्यालय खुले में ही बने है जहां ठंड का प्रकोप ओर अधिक हो जाता है मुज़फ्फरनगर व सहारनपुर, बिजनोर बागपत में शिवालिक पहाड़ियों व नदियों के चलते तापमान में अधिक गिरावट भी रहती है । गर्म कपड़ों के साथ साथ सवेरे गर्म पानी की सुविधा भी अनिवार्य है और ऐसे छोटे छोटे बैच्चो की देखभाल ज्यादा जरूरी हो जाती है। मा बाप भी अपने नोनिहलो को घर ले जाना चाहते है लेकिन उन्हें घर नही भेजा जा रहा न मालूम कस्तूरबा गांधी विद्यालय पर किस कानून का राज चलता है । कम से कम जिलाधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को तो मानवीय संवेदनाओं को ध्यान रखना चाहिये।




