हल्द्वानी
रिपोर्टर मजहिर खान
हल्द्वानी ब्लॉक में इस समय ग्राम पंचायत चुनाव की सरगर्मियां चरम पर हैं। जगह-जगह नामांकन से लेकर प्रचार तक का माहौल बना हुआ है, लेकिन इसी बीच हल्द्वानी ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्राम सभा खेड़ा ने एक मिसाल कायम कर दी है। यहां ग्रामसभा में इस बार यमुना सनवाल पत्नी बसंत सनवाल को निर्विरोध ग्राम प्रधान चुन लिया गया है। खास बात यह रही कि उनके खिलाफ एक नामांकन और दाखिल हुआ था, लेकिन वह भी बाद में वापस ले लिया गया, जिससे यमुना सनवाल निर्विरोध प्रधान घोषित हुईं।

ग्राम सभा खेड़ा में यह पहली बार हुआ है कि कोई प्रधान बिना मतदान के चुना गया हो। गांव के लोगों ने आपसी मतभेद भुलाकर सर्वसम्मति से यह फैसला लिया और निर्विरोध प्रधान चुना, जिससे ग्राम में भाईचारा और मजबूत हुआ है। गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक ने इस फैसले का स्वागत किया और आज गांव में खुशी का माहौल देखने को मिला। ग्रामवासियों ने यमुना सनवाल को फूलों की माला पहनाकर उनका स्वागत किया और मिठाई बांटकर अपनी खुशी जताई। ग्रामसभा खेड़ा हल्द्वानी ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्रामसभा मानी जाती है, जहां मतदाताओं की संख्या भी अन्य ग्रामसभाओं की तुलना में काफी अधिक है। ऐसे में यहां का निर्विरोध चुनाव पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का मानना है कि निर्विरोध प्रधान चुने जाने से न सिर्फ चुनावी खर्च से राहत मिली बल्कि गांव में किसी भी प्रकार की गुटबाजी या विवाद की संभावना भी खत्म हो गई।नवनिर्वाचित प्रधान यमुना सनवाल ने भी ग्रामवासियों का आभार जताया और कहा कि वे सभी को साथ लेकर गांव के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी ईमानदारी से काम करेंगी।




