
लालकुआ
रिपोर्टर -मजहिर खान
,हल्द्वानी में उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह कार्यक्रम का लालकुआँ निवासी राज्य आंदोलनकारी विक्की पाठक ने विरोध किया है। उन्होंने आयोजित कार्यक्रम में ना जाकर प्रदेश सरकार पर राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिन उम्मीदों के साथ उत्तराखंड राज्य निर्माण की लड़ाई लड़ी गई थी, वे आज भी अधूरी हैं। 25 साल बाद भी स्थायी राजधानी, मूल निवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पलायन, विस्थापन, जंगली जानवरों का आतंक, भ्रष्टाचार और नशे जैसे मुद्दे जस के तस बने हुए हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस का रजत जयंती समारोह तो मना रही है लेकिन राज्य आंदोलनकारियों की सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने राज्य निर्माण में अहम योगदान दिया,आज सरकार द्वारा उनकी उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है।
उन्होंने 20 हजार मासिक पेंशन क्षैतिज आरक्षण और आश्रितों की पेंशन स्वीकृति जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए।
उन्होंने राज्य आदोंलनकारियों के लिए 20 हजार मासिक पेंशन देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही सरकार उनकी मागों पर ध्यान नही देती है तो पूरे प्रदेश में आदोंलन किया जाएगा।जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।




