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एनसीईआरटी की फर्जी किताबों का बड़ा खुलासा, 8 गिरफ्तार, 3 करोड़ों की किताबें बरामद।

मुजफ्फरनगर

क्रान्ति बुलेटिन ब्यूरो

मुजफ्फरनगर। जनपद की थाना खतौली पुलिस व एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापकर अन्य राज्यों में बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन गाड़ियां व करीब 1 लाख 33 हजार फर्जी किताबें बरामद की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह गिरोह एक संगठित नेटवर्क के तहत हरियाणा के पानीपत में फर्जी प्रिंटिंग प्रेस के जरिए किताबें छापता था और उन्हें यूपी समेत विभिन्न राज्यों में सप्लाई करता था।पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि 1 जून को थाना खतौली पुलिस और एसओजी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मेरठ से कुछ लोग एनसीईआरटी की फर्जी किताबें लेकर खतौली स्थित अपने गोदाम पर पहुंचने वाले हैं। इस सूचना पर पुलिस ने अलकनंदा नहर के पास पुराने चीलत क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया, जहां दो संदिग्ध गाड़ियां मेरठ की ओर से आती दिखीं। रोकने के प्रयास पर आरोपी भागने लगे लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार आरोपी आदिल मेवाती पुत्र इंदू – श्यामनगर, थाना लिसाड़ी गेट, मेरठ,अनिल चौहान पुत्र देवेंद्र चौहान – सुंदर नगर डिफेंस एंक्लेव, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ,राहुल राणा पुत्र जगत सिंह – माधवपुरम, थाना ब्रह्मपुरी, मेरठ,राजू शर्मा पुत्र रामेंद्र शर्मा – मोहकमपुर, दिल्ली रोड,ताराचंद पुत्र चेतराम पाल – मोहकमपुर, दिल्ली रोड,सतेंद्र सिंघल पुत्र वैजनाथ सिंघल – नौचंदी ग्राउंड, मेरठ,जावेद पुत्र इकरामुद्दीन – गोला कुआं, थाना कोतवाली नगर, मेरठ,अमित सैनी पुत्र प्रेचंद सैनी – इंद्रानगर फर्ट मोहल्ला, थाना ब्रह्मपुरी, मेरठ के रहने वाले है।

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है जो एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापकर बाजार में बेचता है। हर सदस्य की अलग-अलग जिम्मेदारी तय है। समालखा (पानीपत, हरियाणा) में प्रिंटिंग प्रेस लगाई गई थी, जहां से फर्जी किताबें छपती थीं। उसके बाद इन्हें खतौली के ग्राम भैंसी स्थित गोदाम में रखा जाता था और वहीं से विभिन्न राज्यों में सप्लाई की जाती थी। राजू शर्मा, ताराचंद, सतेंद्र, जावेद: कच्चे माल की व्यवस्था व छपाई,आदिल मेवाती, अनिल चौहान, राहुल राणा: अन्य राज्यों में सप्लाई,अमित सैनी: सप्लाई में सहयोग किया।गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन गाड़ियां व 1 लाख 33 हजार फर्जी किताबें बरामद की गईं। पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ समन्वय कर अवैध रूप से संचालित की जा रही प्रिंटिंग प्रेस को भी सीज कर दिया है। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह द्वारा की गई अवैध छपाई से सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व की क्षति हो रही थी।एसएसपी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में अपराध व अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु इसी तरह की कठोर कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।

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