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नगरपालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरुप व गौरव स्वरूप ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात विशेष मुद्दों पर हुईं चर्चा।

मुजफ्फरनगर

क्रान्ति बुलेटिन ब्यूरो

लखनऊ/मुजफ्फरनगर। मंदिरों में भगवान शिव के अभिषेक के लिए चढ़ाया जाने वाला गंगाजल अब नालियों में बहकर व्यर्थ नहीं जाएगा, बल्कि भूगर्भ में समाहित होकर आस्था का सम्मान सुनिश्चित करेगा। नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने इस अभिनव कार्य योजना को लेकर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और विस्तृत योजना उनके समक्ष रखी। मुख्यमंत्री ने इसे सराहनीय प्रयास बताते हुए पूरे प्रदेश में लागू करने की संभावना पर विचार करने के निर्देश दिए हैं। मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि वार्ड 49 के भाजपा सभासद मनोज वर्मा ने यह सुझाव दिया था कि शिवलिंग पर अर्पित गंगाजल और पूजन सामग्री नालियों में प्रवाहित होने के बजाय सम्मानपूर्वक भूगर्भ में समाहित की जाए। इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए पालिका ने निर्माण विभाग के सहयोग से वार्ड 49 स्थित शिव मंदिर, नामदेव मंदिर, तुलसा देवी मंदिर, – पंचमुखी मंदिर सहित सात मंदिरों में यह व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू की। मंदिर परिसर में गहरा बोरिंग कर शिवलिंग से एक पाइप के माध्यम से जल प्रवाह को सीधे धरती के भीतर पहुंचाने की व्यवस्था की गई। परिणामस्वरूप अब गंगाजल नालियों में न जाकर भूमि में समाहित हो रहा है। यह प्रयोग सफल रहा और श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का संरक्षण भी हुआ।चेयरपर्सन ने जानकारी दी कि इस व्यवस्था को शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों और शिव चौक स्थित शिव प्रतिमा पर भी लागू करने की योजना है। शिव चौक पर प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु अभिषेक करते हैं, विशेषकर कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी मात्रा में गंगाजल अर्पित किया जाता है, जो अब तक सीधे नालियों में चला जाता है। इस नई व्यवस्था से धार्मिक आस्था के साथ स्वच्छता भी सुनिश्चित होगी। लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस शिष्टाचार भेंट में मीनाक्षी स्वरूप के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता गौरव स्वरूप भी मौजूद रहे। चेयरपर्सन ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां और नगर के विकास से जुड़ी योजनाएं भी मुख्यमंत्री को अवगत कराईं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस योजना की सराहना करते हुए विस्तृत प्लान संबंधित विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, जिससे इसे प्रदेश के अन्य नगर निकायों में भी लागू किया जा सके। भेंट के दौरान मीनाक्षी स्वरूप और गौरव स्वरूप ने मुख्यमंत्री को अयोध्या स्थित श्रीरामलला मंदिर का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान प्रकट किया।

 

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