कर्मचारियों की हड़ताल के कारण डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन बंद।
मुजफ्फरनगर
क्रान्ति बुलेटिन संवाददाता
मुजफ्फरनगर। नगर परिषद से अनुबंधित एमआईटूसी सिक्योरिटी एंड फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। पहले बड़े कचरा वाहनों का संचालन प्रभावित हुआ और अब डोर टू डोर कचरा संग्रहण भी ठप हो गया है, जिसके कारण शहर के विभिन्न वार्डों में कचरे के ढेर लगने लगे हैं। इसके कारण आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें अप्रैल माह का वेतन अब तक नहीं मिला है। इसके अलावा पीएफ और अन्य देयों को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस हड़ताल से नगर की सड़कों और गलियों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई है।
कंपनी के प्रोजेक्ट हेड ओम प्रकाश दूबे ने जानकारी दी कि नगर पालिका परिषद ने मार्च से निर्धारित 92 लाख रुपये का मासिक भुगतान नहीं किया है। इसके चलते कंपनी को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है और कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जा सका। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने अब तक अपने संसाधनों से कुछ वेतन वितरित किया है और पालिका को 28 लाख रुपये का यूजर चार्ज भी जमा कराया है।

दूबे के अनुसार, सेकेन्ड्री जोन के वाहन चालकों को अप्रैल माह का वेतन दिया जा चुका है और उन्होंने काम शुरू कर दिया है, लेकिन प्राइमरी जोन के डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कर्मी अब भी हड़ताल पर हैं। इसके बावजूद कुछ इलाकों में कूड़ा उठाने की कोशिशें की जा रही हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर पालिका ने तीन दिनों तक स्वयं टीम और वाहन लगाकर कूड़ा निस्तारण कराया। मुख्य सफाई निरीक्षक योगेश गोलियान ने बताया कि सेकेन्ड्री जोन में कंपनी ने फिर से काम शुरू कर दिया है, लेकिन डोर टू डोर कलेक्शन सेवा अब भी बंद है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार ने बताया कि कर्मचारियों से लगातार संवाद किया जा रहा है। सोमवार को हुई बैठक में पालिका द्वारा आंशिक भुगतान करने की सहमति बनी, इसके बावजूद मंगलवार सुबह तक कर्मचारी अपनी हड़ताल पर डटे रहे। इस पर पालिका ने कंपनी को नोटिस जारी कर शेष यूजर चार्ज भुगतान की मांग की है।




